गुरुवार, 28 अगस्त 2025

Mohabbat wali shayari

तेरे ख्यालों में ही खो जाना अच्छा लगता है,
तेरी बातों में ही मुस्कुराना अच्छा लगता है।
मोहब्बत की राहें आसान तो नहीं,
पर तुझसे हर रिश्ता निभाना अच्छा लगता है।

बुधवार, 27 अगस्त 2025

hindi motivational shayari


1. जिंदगी और संघर्ष
ज़िन्दगी कभी आसान नहीं होती,
हर कदम पे नई कहानी होती है।
मंज़िल उन्हीं को मिलती है,
जो गिरकर भी उठ जाना जानते हैं।

2. मोहब्बत का अहसास
तेरी यादों में ही मैंने पाया,
खुद को और अपनी दुनिया को।
मोहब्बत सिर्फ़ दिल का नहीं,
रूह का भी एहसास होती है।

3. सपनों की उड़ान
सपने वो नहीं जो सोते वक्त आते हैं,
सपने वो हैं जो नींद उड़ाकर हमें जगाते हैं।
उड़ान भरो, चाहे रास्ता मुश्किल ही क्यों न हो।

4. दोस्ती का रंग
दोस्ती फूलों जैसी होती है,
जैसे हवा चले, खुशबू फैलती है।
सच्चा दोस्त वही,
जो मुश्किल में भी साथ रहता है।

5. जिंदगी का सबक
हर दर्द एक सीख देता है,
हर धोखा सच का आईना दिखाता है।
जो समझ गया, वही आगे बढ़ता है,
बाकी बस वक्त के साए में रह जाते हैं।

6. हौसले की बात
हौसला रखना, चाहे तूफ़ान कितना भी बड़ा हो,
क्योंकि तूफ़ान के बाद ही सूरज मुस्कुराता है।

7. अकेलापन
अकेले चलना कोई कमजोरी नहीं,
ये तो पहचान है अपनी ताकत की।
जो राहें खुद चुनते हैं,
उनकी मंज़िलें भी अलग होती हैं।

8. मोहब्बत और दर्द
मोहब्बत में जो दर्द मिलता है,
वो भी एक तरह का खज़ाना होता है।
हर जख्म हमें कुछ सिखाता है,
और हमें और मजबूत बनाता है।

9. खुशी और सकारात्मकता
खुश रहना आसान नहीं है,
पर मुस्कान बनाना हमेशा आसान है।
क्योंकि मुस्कान ही वो जादू है,
जो दुनिया बदल सकता है।

10. समय की अहमियत
वक़्त की कदर करना सीखो,
क्योंकि बीता पल वापस नहीं आता।
जो खो गया, वो सिर्फ़ याद बन जाता है,
और जो पाया, वही जिंदगी बन जाता है।

Hindi motivational 10 shayari

 


1. जिंदगी और संघर्ष

ज़िन्दगी कभी आसान नहीं होती,

हर कदम पे नई कहानी होती है।

मंज़िल उन्हीं को मिलती है,

जो गिरकर भी उठ जाना जानते हैं।



2. मोहब्बत का अहसास

तेरी यादों में ही मैंने पाया,

खुद को और अपनी दुनिया को।

मोहब्बत सिर्फ़ दिल का नहीं,

रूह का भी एहसास होती है।


3. सपनों की उड़ान

सपने वो नहीं जो सोते वक्त आते हैं,

सपने वो हैं जो नींद उड़ाकर हमें जगाते हैं।

उड़ान भरो, चाहे रास्ता मुश्किल ही क्यों न हो।


4. दोस्ती का रंग

दोस्ती फूलों जैसी होती है,

जैसे हवा चले, खुशबू फैलती है।

सच्चा दोस्त वही,

जो मुश्किल में भी साथ रहता है।


5. जिंदगी का सबक

हर दर्द एक सीख देता है,

हर धोखा सच का आईना दिखाता है।

जो समझ गया, वही आगे बढ़ता है,

बाकी बस वक्त के साए में रह जाते हैं।


6. हौसले की बात

हौसला रखना, चाहे तूफ़ान कितना भी बड़ा हो,

क्योंकि तूफ़ान के बाद ही सूरज मुस्कुराता है।


7. अकेलापन

अकेले चलना कोई कमजोरी नहीं,

ये तो पहचान है अपनी ताकत की।

जो राहें खुद चुनते हैं,

उनकी मंज़िलें भी अलग होती हैं।


8. मोहब्बत और दर्द

मोहब्बत में जो दर्द मिलता है,

वो भी एक तरह का खज़ाना होता है।

हर जख्म हमें कुछ सिखाता है,

और हमें और मजबूत बनाता है।


9. खुशी और सकारात्मकता

खुश रहना आसान नहीं है,

पर मुस्कान बनाना हमेशा आसान है।

क्योंकि मुस्कान ही वो जादू है,

जो दुनिया बदल सकता है।


10. समय की अहमियत

वक़्त की कदर करना सीखो,

क्योंकि बीता पल वापस नहीं आता।

जो खो गया, वो सिर्फ़ याद बन जाता है,

और जो पाया, वही जिंदगी बन जाता है।


रविवार, 24 अगस्त 2025

माँ की ममता – एक प्रेरणादायक हिंदी कहानी जो दिल छू जाए

कहानी का शीर्षक: माँ की ममता

माँ सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक पूरी भावना है। वह इंसान जो बिना किसी स्वार्थ के हमें जीवन देती है, सँवारती है और हर मोड़ पर हमारा साथ देती है। यह कहानी एक ऐसी ही माँ की है जिसने अपने बेटे के लिए वो किया, जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी।

कहानी की शुरुआत

राजू एक गरीब परिवार में जन्मा था। उसके पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। माँ ने सिलाई करके उसे पढ़ाया। जब वह बड़ा हुआ और नौकरी मिली, तो माँ को पीछे छोड़ शहर चला गया। माँ रोज़ उसके फोन का इंतज़ार करती, लेकिन राजू व्यस्त था… या शायद भूल चुका था।

एक दिन...

माँ बीमार पड़ गई। पड़ोसियों ने किसी तरह से राजू को खबर दी। जब वो पहुँचा, माँ की आँखों में आँसू थे — लेकिन शिकायत नहीं थी। सिर्फ इतना कहा – "तू खुश है ना बेटा?"

राजू टूट गया… उसे समझ आ गया कि दुनिया में हर रिश्ता बदल सकता है, लेकिन माँ का प्यार हमेशा वैसा ही रहता है – बिना शर्त के।

निष्कर्ष (Conclusion)

माँ की ममता अनमोल है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि हमें अपनों की कदर समय रहते करनी चाहिए। माँ सिर्फ जन्म नहीं देती, वह हमें इंसान बनाती है।

माँ की ममता पर हिंदी कहानी

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यह भी पढ़ें:

गुरुवार, 3 जुलाई 2025

कछुआ और खरगोशकहानी

कहानी:
एक बार दो दोस्त जंगल से जा रहे थे। रास्ते में एक भालू आ गया। एक दोस्त पेड़ पर चढ़ गया और दूसरा ज़मीन पर लेट गया, साँस रोककर मरने का नाटक करने लगा। भालू उसके पास आया, सूँघा और चला गया। पेड़ से नीचे उतरकर दोस्त ने पूछा, "भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?"
दूसरे ने जवाब दिया, "उसने कहा – जो मुश्किल वक्त में साथ न दे, वो सच्चा दोस्त नहीं होता।"

नैतिक शिक्षा:
सच्चा मित्र वही होता है जो हर परिस्थिति में साथ दे।


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🐢 2. कछुआ और खरगोश

कहानी:
एक बार खरगोश और कछुए में दौड़ लगी। खरगोश तेज़ दौड़ा लेकिन बीच में आराम करने के लिए सो गया। कछुआ धीरे-धीरे चलता रहा और अंत में जीत गया।

नैतिक शिक्षा:
लगातार मेहनत और धैर्य से सफलता मिलती है।

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🔥 3. जलती हुई लकड़ियों का गुच्छा

कहानी:
एक बूढ़े पिता के बेटे हमेशा लड़ते रहते थे। एक दिन उन्होंने बेटों को लकड़ियों का गुच्छा दिया और कहा इसे तोड़ो। कोई नहीं तोड़ सका। फिर उन्होंने लकड़ियाँ अलग-अलग कर दीं, सबने आसानी से तोड़ दीं।

नैतिक शिक्षा:
एकता में शक्ति होती है।


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🐘 4. अंधे आदमी और हाथी

कहानी:
कुछ अंधे आदमी पहली बार हाथी को छूकर जानना चाहते थे। किसी ने उसका पैर छुआ, बोला – यह खंभा है। किसी ने पूँछ छुई, बोला – यह रस्सी है। सबने अपने-अपने हिसाब से बताया।

नैतिक शिक्षा:
हर किसी का नजरिया अलग हो सकता है, लेकिन सच्चाई पूरी देखने पर ही समझ आती है।


बुधवार, 14 मई 2025

"छाया की सच्चाई: एक अनोखी प्रेरणादायक कहानी जो सिखाए जीवन की दिशा"

एक समय की बात है। एक छोटे से गांव में एक लड़का रहता था — नाम था अर्जुन। वह सीधा-सादा और मेहनती था, लेकिन उसे अपनी परछाई से बहुत डर लगता था। जब भी सूरज की रोशनी में उसकी परछाई ज़मीन पर दिखाई देती, वह घबरा जाता और भागने लगता।

गांव वाले उसका मज़ाक उड़ाते। वे कहते, "कैसी अजीब बात है! कोई अपनी ही छाया से डरता है?" लेकिन अर्जुन का डर सच्चा था।

एक दिन वह डरते-डरते गांव के सबसे बूढ़े और ज्ञानी साधु के पास गया। अर्जुन ने कहा, "बाबा, मैं अपनी परछाई से बहुत डरता हूं, कृपया मेरी मदद कीजिए।"

साधु मुस्कराए और बोले, "कल सुबह सूरज उगने से पहले आना। मैं तुझे समाधान दूंगा।"

अगली सुबह, अर्जुन साधु के पास गया। साधु उसे एक खुली जगह पर ले गए और बोले, "अब जितना तेज़ भाग सकते हो, भागो — अपनी परछाई से दूर।"

अर्जुन दौड़ने लगा, तेज़ से तेज़, लेकिन परछाई साथ-साथ चलती रही। कुछ ही देर में वह थक कर बैठ गया।

साधु पास आए और बोले, "समझे? परछाई से भागा नहीं जा सकता। लेकिन एक तरीका है — देखो सूरज की तरफ।"

अर्जुन ने जैसे ही सूरज की ओर मुंह किया, उसकी परछाई उसके पीछे चली गई।

साधु बोले, "जीवन में डर, समस्याएं और असफलताएं तुम्हारी छाया की तरह हैं। अगर तुम इनसे भागते रहोगे, तो ये तुम्हारा पीछा करती रहेंगी। लेकिन जैसे ही तुम सच्चाई, उद्देश्य और उजाले — यानी अपने लक्ष्य — की ओर देखना शुरू करोगे, ये सब पीछे छूट जाएंगी।"

नैतिक शिक्षा:
डर और समस्याओं से भागने की जगह उन्हें समझकर, सच्चाई और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए। जब हम सही दिशा में चलते हैं, तो समस्याएं अपने आप पीछे छूट जाती हैं।

शुक्रवार, 31 जनवरी 2025

छोटे कदम, बड़ी मंज़िल

छोटे कदम, बड़ी मंज़िल
भाग 1: सपना और सच्चाई

किसी छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था—अर्जुन। वह गरीब था लेकिन उसके सपने बड़े थे। उसकी माँ गाँव में सिलाई करती और पिता मज़दूरी करते। अर्जुन पढ़ाई में बहुत अच्छा था, लेकिन उसके पास अच्छे स्कूल में जाने के लिए पैसे नहीं थे।

एक दिन उसने अपने पिता से कहा, "बाबा, मैं बड़ा आदमी बनना चाहता हूँ, कुछ ऐसा करना चाहता हूँ जिससे हमारा गाँव भी मुझ पर गर्व करे!"

पिता मुस्कुराए और बोले, "बेटा, सपना देखना अच्छी बात है, लेकिन मेहनत ही तुम्हें वहाँ तक पहुँचा सकती है।"


गाँव में स्कूल की हालत बहुत खराब थी। किताबें पुरानी थीं और शिक्षक भी नियमित रूप से नहीं आते थे। लेकिन अर्जुन ने हार नहीं मानी। वह गाँव की सबसे पुरानी लाइब्रेरी में बैठकर किताबें पढ़ता, पुराने अखबारों से नई-नई बातें सीखता और खुद को हर दिन बेहतर बनाने की कोशिश करता।

गर्मी की दोपहर हो या सर्दियों की ठिठुरती रातें, वह गाँव के पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई करता। गाँव वाले उसकी लगन देखकर हैरान थे।


एक दिन, गाँव के स्कूल में एक सरकारी परीक्षा की घोषणा हुई। जो भी परीक्षा पास करता, उसे शहर के बड़े स्कूल में स्कॉलरशिप मिलती। अर्जुन के लिए यह एक बड़ा मौका था। लेकिन एक समस्या थी—उसके पास परीक्षा की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे।

माँ ने अपनी पुरानी चूड़ियाँ बेच दीं और पिता ने एक हफ्ते तक बिना खाए मजदूरी की, तब जाकर अर्जुन की परीक्षा की फीस भरी जा सकी।

"अब तुम्हें जीतना ही होगा, अर्जुन!" उसकी माँ ने कहा, आँखों में आँसू लिए।


अर्जुन ने परीक्षा दी और पूरे जिले में पहला स्थान प्राप्त किया। उसकी मेहनत रंग लाई। उसे शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ाई करने का मौका मिला।

गाँव के लोग गर्व से उसका नाम लेने लगे। जिन लोगों ने कभी उसका मज़ाक उड़ाया था, वे भी उसकी तारीफ करने लगे। अर्जुन ने गाँव के सभी बच्चों को प्रेरित किया कि अगर मेहनत की जाए, तो कोई भी सपना सच हो सकता है।


सालों की मेहनत के बाद, अर्जुन एक सफल इंजीनियर बना। लेकिन उसने सिर्फ अपनी ज़िंदगी नहीं बदली, बल्कि गाँव की तक़दीर भी बदलने का फैसला किया।

उसने गाँव में एक नया स्कूल खोला, जहाँ हर बच्चे को मुफ्त शिक्षा मिली। उसने अपनी माँ-पिता के नाम पर एक लाइब्रेरी भी बनवाई ताकि कोई और अर्जुन उस पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई न करे, बल्कि अच्छे स्कूल में जाकर अपने सपने पूरे करे।

गाँव के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति ने अर्जुन से कहा, "बेटा, तुमने साबित कर दिया कि छोटे कदम भी बड़ी मंज़िल तक पहुँचा सकते हैं।"

अर्जुन मुस्कुराया, क्योंकि वह जानता था—"अगर हिम्मत हो, तो हालात कभी भी सपनों के रास्ते में नहीं आ सकते!"

🌟 हौसले और जज़्बात की बातें | Motivational Emotional Shayari 🌙

🌟 हौसले और जज़्बात की बातें | Motivational Emotional Shayari 🌙 ज़िंदगी की राहें आसान नहीं होतीं, कभी आँसू बहते हैं, कभी मुस्कान खिलती है। ...