कहानी का शीर्षक: माँ की ममता
माँ सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि एक पूरी भावना है। वह इंसान जो बिना किसी स्वार्थ के हमें जीवन देती है, सँवारती है और हर मोड़ पर हमारा साथ देती है। यह कहानी एक ऐसी ही माँ की है जिसने अपने बेटे के लिए वो किया, जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की थी।
कहानी की शुरुआत
राजू एक गरीब परिवार में जन्मा था। उसके पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। माँ ने सिलाई करके उसे पढ़ाया। जब वह बड़ा हुआ और नौकरी मिली, तो माँ को पीछे छोड़ शहर चला गया। माँ रोज़ उसके फोन का इंतज़ार करती, लेकिन राजू व्यस्त था… या शायद भूल चुका था।
एक दिन...
माँ बीमार पड़ गई। पड़ोसियों ने किसी तरह से राजू को खबर दी। जब वो पहुँचा, माँ की आँखों में आँसू थे — लेकिन शिकायत नहीं थी। सिर्फ इतना कहा – "तू खुश है ना बेटा?"
राजू टूट गया… उसे समझ आ गया कि दुनिया में हर रिश्ता बदल सकता है, लेकिन माँ का प्यार हमेशा वैसा ही रहता है – बिना शर्त के।
निष्कर्ष (Conclusion)
माँ की ममता अनमोल है। यह कहानी हमें याद दिलाती है कि हमें अपनों की कदर समय रहते करनी चाहिए। माँ सिर्फ जन्म नहीं देती, वह हमें इंसान बनाती है।

अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें।