किसी को भूलना आसान नहीं होता,
यादें कभी पूछकर आती नहीं हैं,
दर्द तो अपना काम कर जाता है,
पर आँसू कभी धोखा देते नहीं हैं।
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2.
रोज़ दिल से एक ही आवाज़ आती है,
कितना बदल गया है ये दिल का शहर,
कभी तुमसे शुरू थी मेरी हर कहानी,
अब तुम पर ही आकर खत्म होती है हर नज़र।
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3.
खुशियों की तलाश में थे,
मगर दर्द का शहर मिल गया,
जिसे पाने की चाह में थे,
वही किसी और का हमसफ़र बन गया।
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4.
हम तो मुस्कुराकर भी छिपा लेते हैं दर्द अपना,
लोग समझते हैं दिल हमारा पत्थर था,
किसे बताएँ टूट चुके हैं हम अंदर से,
जिसने तोड़ा वही कहता है— "कुछ नहीं था!"
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5.
ज़िंदगी ने सवाल बहुत पूछे,
हम जवाब ढूंढते-ढूंढते थक गए,
कुछ लोग दिल में घर कर गए ऐसे,
हम उन्हें भूलने की कोशिश में बिखर गए।
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6.
तेरी यादों का आलम भी अजीब है,
दिल चाहे तो दिल से निकलती नहीं,
और जब भूलने की कोशिश करूँ,
तो आँखों से बरसना बंद होती नहीं।
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7.
हमारी चुप्पियों को लोग कमजोरी समझ बैठे,
कहीं उनका दिल न टूट जाए इसलिए बोलना छोड़ दिया,
वरना जो दर्द दिल में पल रहा है,
वो किसी की दुनिया हिला दे— इतनी हैरानी छोड़ दिया।
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8.
जिसे अपना समझा उसने ही पराया कर दिया,
दो पल की खुशी देकर सफ़र तन्हा कर दिया,
ये दिल भी कितना भोला है जान,
टूटकर भी उसी का इंतज़ार कर दिया।
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9.
हमारी किस्मत में रोना ही लिखा था शायद,
तभी तो हँसी भी शर्माती है चेहरे पर,
लोग पूछते हैं— "इतना दर्द कैसे झेल लेते हो?"
कह देता हूँ— "आदत है अब दिल के फटने पर।"
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10.
कुछ रिश्तों की ना कोई शुरुआत होती है,
ना कोई अंत,
दिल से बस एक दुआ निकलती है—
"जिसे चाहा है खुद से ज्यादा, वह रहे हमेशा खुश अनंत।"