कुछ खामोशियाँ ऐसी होती हैं,
जो लफ़्ज़ों से ज़्यादा चीखती हैं,
हम मुस्कुरा तो लेते हैं,
पर रूह हर रोज़ बिखरती है।
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2️⃣
वो पूछते हैं हाल मेरा,
और मैं मुस्कुरा देता हूँ,
किसे बताऊँ अंदर से,
हर दिन थोड़ा मर जाता हूँ।
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3️⃣
दिल ने चाहा था जिसे,
वो आज अजनबी सा लगता है,
दर्द यही है कि,
अब भी उसी का इंतज़ार रहता है।
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4️⃣
हमने तो हर रिश्ता दिल से निभाया,
पर लोग मतलब से याद करते रहे,
टूटता रहा दिल हर बार,
और हम मुस्कुरा कर सहते रहे।
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5️⃣
कभी-कभी थक जाता हूँ मैं,
खुद को मजबूत दिखाते दिखाते,
दिल चाहता है कोई पूछे,
“तुम ठीक हो?” बस इतना कहते।
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6️⃣
वो वादे भी क्या वादे थे,
जो वक़्त के साथ टूट गए,
हम इंतज़ार करते रह गए,
और वो किसी और के हो गए।
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7️⃣
दर्द की आदत सी हो गई है अब,
आँसू भी अजनबी लगते हैं,
लोग कहते हैं वक्त बदल देगा,
पर ज़ख्म आज भी ताज़ा लगते हैं।
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8️⃣
हमने छोड़ना सीखा नहीं,
और लोग छोड़ते चले गए,
दिल हर बार टूटा मगर,
हम फिर भी भरोसा करते चले गए।
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9️⃣
अकेलापन अब डराता नहीं,
क्योंकि लोगों ने बहुत सताया है,
अब खामोशी ही बेहतर लगती है,
कम से कम इसने कभी धोखा नहीं दिया है।
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🔟
कभी जो अपना सा लगता था,
आज वही सबसे दूर है,
दिल के टूटने की आवाज़ नहीं होती,
बस एक खामोश सा शोर है।