दोनों का सफर
एक दिन मैं कटिहार जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर ट्रेन आने का इंतज़ार कर रहा था ! तभी अचानक से रेशमी मेरे सामने आई ओर बोली किया तुम भी कटिहार जा रहे हो !
मैं उसे देख कर तो पहले काफी खुश हुवा ! फिर मैने बोला हाँ , किया तुम भी कटिहार जा रही हो पर तुम अकेली जाओ गी ! वो बोली हाँ ! मेरा बैंक में काम है ! फिर वो मुझसे पूछने लगी तुम किस लिए कटिहार जा रहे हो ! मैंने बोला मैं तो बस यूँ ही घूमने के लिए ! इतने में ट्रेन आने लगी ! फिर हम दोनो ट्रैन में बैठ गए ! फिर हम दोनो बात करने लगे ! मैं ये सोच रहा था ! की मैं अपने दिल की बात आज उसे बात दूँ ! पर फिर मैं ये सोचता की अगर उसे बुरा लगा तो वो कहीं मुझसे नाराज़ न हो जाए ! मैं उसे बस एक ही नज़र देखता रहता था ! वो एक बार बोली भी तुम इतना मुझे क्यों देख रहे हो ! मैने उसको बोला तुम हों ही इतनी खूबसूरत तो मैं किया कोई भी तुम को देखे गा तो वो अपना नज़र हटा नही सकता है ! वो मेरे इस बात पर सरमा गई ओर मुसकुराने लगी ! ओर फिर वो मुझे बोली तुम भी अच्छे हो !
हम दोनो यूँ ही बातों में खो गए ओर पता ही नही चला की कटिहार स्टेशन पहुँच गए ! फिर हम दोनो ट्रेन से उतर कर बाहर की तरफ आने लगे ! वो बोलने लगी , क्या तुम मेरे साथ चलो गए? मेरा बैंक में काम है ! तुम साथ में रहो गे तो अच्छा रहेगा ! मैंने बोला हाँ बिल्कुल मैं तो तुम्हारे साथ कहीं भी चलने को तैयार हूँ ! वो ये बात सुन कर मुस्कुराए ओर बोली फिर तो चलो मेरे साथ ! मैं उसके साथ उसके बैंक में गया ओर वो मुझे बैंक के फॉर्म को लाकर दिया ओर बोली इसे भर दो ! मैं उसके बैंक फॉर्म को फिर भर दिया ! वह फिर बैंक के काम को पूरा करने लगी ! मैं बैठ कर ये सोच रहा था की आज मैं इससे अपने दिल की बात बता देता हूँ ! फिर वो अपने बैंक के काम को पूरा कर ली तो बोली चलो मेरा काम हो गया ! अब मुझे भूख लग रही है ! मैन बोला भूख तो मुझे भी लग रही है ! चलो होटल चलते है ! हम दोनो ने फिर होटल गया ! होटल में मैंने उससे पूछा तुम किया खाओगी वो बोली जो तुम खाओगे ! हम दोनो ने खाना खाया ! खाना खाते समय मैं बस उसे ही देख रहा था ! मेरा दिल सिर्फ उसे ही देखने को करता था ! खाना खाने के बाद वो बोली चलो अब घर चलते हैं ! या फिर तुम्हारा कोई काम है ! तो तुम रुक सकते हो , मैं बोला नही मेरा तो कोई काम नही है ! मैं तो यूँ ही घूमने के लिए ही आया था ! तो फिर चलो घर वापस चलते हैं ! मैंने बोला क्या हम लोग आज कटिहार में रुक नही सकते हैं ! वो बोली पर मेरे घरवाले बोलेंगे ! मैंने कहा तुम घर में फ़ोन कर के ये बोल दो के ट्रेन छूट गई ! फिर वो बोली ठीक है ! फिर उसने अपने घर में फ़ोन कर के बता दी ! वो बोली अब हम लोग रात कहाँ रहेंगे ! मैंने बोला रात होने में अभी बहुत समय है ! तुम टेंशन क्यों ले रही हो ! मैंने उसे बोला चलो कहीं घूमने चलते हैं ! वो बोली ठीक है ! फिर चलो मनिहारी गंगा घाट जहाँ पर एक मज़ार भी है ! वहीं से घूम के आते हैं ! फिर हम दोनों मनिहारी गंगा घाट गए ! फिर वहाँ हम दोनों बहुत मस्ती किये पर फिर भी मैं उसे ये कह नही पाया के मैं तुमसे प्यार करता हूँ ! फिर शाम होने लगी ओर हम दोनो फिर वहाँ से वापस कटिहार आ गये ! अब वो फिर बोली रात कहां रहोगे !मैंने सोचा की इससे किसी अपने रिश्तेदार के घर अगर ले गया तो फिर कोई समस्या हो सकती है ! इस एक दूर का मेरा चाची का घर भी कटिहार में ही था ! वो चाची अच्छी है ! तो मैंने चाची को फ़ोन किया ओर उसको मैंने पूछा के हम लोग आ रहें हैं! कोई प्रॉब्लम तो नही होगी ! मेरी चाची ने बोली एक तो तुम कितने साल के बाद आ रहे हो ! हमें किया दिक़्क़त होगी आ जाओ ! मैंने चाची को बताया के मेरे साथ में रेशमी है ! क्यों की वो रेशमी को पहचानती थी ! इसलिए मैंने उसे बात देना सही समझा ओर बताया ! चाची बोली कोई बात नही है ! तुम लोग आ जाओ ! फिर हम दोनों चाची के घर चले गए ! चाची ओर रेशमी बातें करने लगे ! रेशमी ने चाची को बताया की चाची ट्रेन छूट गई थी जिसके कारण हमें यहाँ आना पड़ा ! चाची ने रेशमी को मुँह हाथ धो ने के लिये बोली ! फिर चाची मुझसे पूछने लगी किया बात है ? एक तो बहुत साल के बाद आया है ! ओर रेशमी को साथ में लेकर आया है ! कियो चक्कर तो नही ! चाची ऐसी तो कोई बात नही है बस ट्रेन छूट जाने के कारण यहां हम दोनो को आना पड़ा ! चाची बोली चलो ठीक है ! तुम दोनों खाना खा लो ! फिर हम दोनों ने खाना खा लिया ! ओर फिर मैं छत के उपर जाकर सोच रहा था ! की प्यार करना आसान है पर उसका इज़हार करना बहुत ही मुश्किल काम है ! छत पर मैं टहल रहा की तभी रेशमी भी छत पर आ गई ! फिर हम दोनों बातें करने लगे पर प्यार की बातें मैं बात नही पाया ! फिर थोड़ी देर के
एक दिन मैं कटिहार जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर ट्रेन आने का इंतज़ार कर रहा था ! तभी अचानक से रेशमी मेरे सामने आई ओर बोली किया तुम भी कटिहार जा रहे हो !
मैं उसे देख कर तो पहले काफी खुश हुवा ! फिर मैने बोला हाँ , किया तुम भी कटिहार जा रही हो पर तुम अकेली जाओ गी ! वो बोली हाँ ! मेरा बैंक में काम है ! फिर वो मुझसे पूछने लगी तुम किस लिए कटिहार जा रहे हो ! मैंने बोला मैं तो बस यूँ ही घूमने के लिए ! इतने में ट्रेन आने लगी ! फिर हम दोनो ट्रैन में बैठ गए ! फिर हम दोनो बात करने लगे ! मैं ये सोच रहा था ! की मैं अपने दिल की बात आज उसे बात दूँ ! पर फिर मैं ये सोचता की अगर उसे बुरा लगा तो वो कहीं मुझसे नाराज़ न हो जाए ! मैं उसे बस एक ही नज़र देखता रहता था ! वो एक बार बोली भी तुम इतना मुझे क्यों देख रहे हो ! मैने उसको बोला तुम हों ही इतनी खूबसूरत तो मैं किया कोई भी तुम को देखे गा तो वो अपना नज़र हटा नही सकता है ! वो मेरे इस बात पर सरमा गई ओर मुसकुराने लगी ! ओर फिर वो मुझे बोली तुम भी अच्छे हो !
हम दोनो यूँ ही बातों में खो गए ओर पता ही नही चला की कटिहार स्टेशन पहुँच गए ! फिर हम दोनो ट्रेन से उतर कर बाहर की तरफ आने लगे ! वो बोलने लगी , क्या तुम मेरे साथ चलो गए? मेरा बैंक में काम है ! तुम साथ में रहो गे तो अच्छा रहेगा ! मैंने बोला हाँ बिल्कुल मैं तो तुम्हारे साथ कहीं भी चलने को तैयार हूँ ! वो ये बात सुन कर मुस्कुराए ओर बोली फिर तो चलो मेरे साथ ! मैं उसके साथ उसके बैंक में गया ओर वो मुझे बैंक के फॉर्म को लाकर दिया ओर बोली इसे भर दो ! मैं उसके बैंक फॉर्म को फिर भर दिया ! वह फिर बैंक के काम को पूरा करने लगी ! मैं बैठ कर ये सोच रहा था की आज मैं इससे अपने दिल की बात बता देता हूँ ! फिर वो अपने बैंक के काम को पूरा कर ली तो बोली चलो मेरा काम हो गया ! अब मुझे भूख लग रही है ! मैन बोला भूख तो मुझे भी लग रही है ! चलो होटल चलते है ! हम दोनो ने फिर होटल गया ! होटल में मैंने उससे पूछा तुम किया खाओगी वो बोली जो तुम खाओगे ! हम दोनो ने खाना खाया ! खाना खाते समय मैं बस उसे ही देख रहा था ! मेरा दिल सिर्फ उसे ही देखने को करता था ! खाना खाने के बाद वो बोली चलो अब घर चलते हैं ! या फिर तुम्हारा कोई काम है ! तो तुम रुक सकते हो , मैं बोला नही मेरा तो कोई काम नही है ! मैं तो यूँ ही घूमने के लिए ही आया था ! तो फिर चलो घर वापस चलते हैं ! मैंने बोला क्या हम लोग आज कटिहार में रुक नही सकते हैं ! वो बोली पर मेरे घरवाले बोलेंगे ! मैंने कहा तुम घर में फ़ोन कर के ये बोल दो के ट्रेन छूट गई ! फिर वो बोली ठीक है ! फिर उसने अपने घर में फ़ोन कर के बता दी ! वो बोली अब हम लोग रात कहाँ रहेंगे ! मैंने बोला रात होने में अभी बहुत समय है ! तुम टेंशन क्यों ले रही हो ! मैंने उसे बोला चलो कहीं घूमने चलते हैं ! वो बोली ठीक है ! फिर चलो मनिहारी गंगा घाट जहाँ पर एक मज़ार भी है ! वहीं से घूम के आते हैं ! फिर हम दोनों मनिहारी गंगा घाट गए ! फिर वहाँ हम दोनों बहुत मस्ती किये पर फिर भी मैं उसे ये कह नही पाया के मैं तुमसे प्यार करता हूँ ! फिर शाम होने लगी ओर हम दोनो फिर वहाँ से वापस कटिहार आ गये ! अब वो फिर बोली रात कहां रहोगे !मैंने सोचा की इससे किसी अपने रिश्तेदार के घर अगर ले गया तो फिर कोई समस्या हो सकती है ! इस एक दूर का मेरा चाची का घर भी कटिहार में ही था ! वो चाची अच्छी है ! तो मैंने चाची को फ़ोन किया ओर उसको मैंने पूछा के हम लोग आ रहें हैं! कोई प्रॉब्लम तो नही होगी ! मेरी चाची ने बोली एक तो तुम कितने साल के बाद आ रहे हो ! हमें किया दिक़्क़त होगी आ जाओ ! मैंने चाची को बताया के मेरे साथ में रेशमी है ! क्यों की वो रेशमी को पहचानती थी ! इसलिए मैंने उसे बात देना सही समझा ओर बताया ! चाची बोली कोई बात नही है ! तुम लोग आ जाओ ! फिर हम दोनों चाची के घर चले गए ! चाची ओर रेशमी बातें करने लगे ! रेशमी ने चाची को बताया की चाची ट्रेन छूट गई थी जिसके कारण हमें यहाँ आना पड़ा ! चाची ने रेशमी को मुँह हाथ धो ने के लिये बोली ! फिर चाची मुझसे पूछने लगी किया बात है ? एक तो बहुत साल के बाद आया है ! ओर रेशमी को साथ में लेकर आया है ! कियो चक्कर तो नही ! चाची ऐसी तो कोई बात नही है बस ट्रेन छूट जाने के कारण यहां हम दोनो को आना पड़ा ! चाची बोली चलो ठीक है ! तुम दोनों खाना खा लो ! फिर हम दोनों ने खाना खा लिया ! ओर फिर मैं छत के उपर जाकर सोच रहा था ! की प्यार करना आसान है पर उसका इज़हार करना बहुत ही मुश्किल काम है ! छत पर मैं टहल रहा की तभी रेशमी भी छत पर आ गई ! फिर हम दोनों बातें करने लगे पर प्यार की बातें मैं बात नही पाया ! फिर थोड़ी देर के
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