ये एक hindi news blog है। जहाँ आपको art, hindi new, technology, quote, hindi shayeri, गेजेड,story, photography, videography, etc... का new new post update होता है आपके लिए ।
मंगलवार, 23 जुलाई 2019
gazal
ग़ज़ल-
नहीं मालूम कितनी बढ़ गयी है
मगर सच है उदासी बढ़ गयी है
ये हासिल है क़रीब आने का अपने
हमारे बीच दूरी बढ़ गयी है
तुम्हारी याद का मौसम है बदला
अचानक कितनी सर्दी बढ़ गयी है
तुम्हारे बाद सब कुछ ठीक-सा है
फ़क़त थोड़ी-सी दाढ़ी बढ़ गयी है
ख़मोशी बढ़ गयी है कुछ दिनों से
यकीं मानो कि काफ़ी बढ़ गयी है
ग़ज़लकार-विवेक 'बिजनौरी'
समकालीन हिंदुस्तानी ग़ज़ल एप से ग़ज़लें पायें|
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.gktalk.gajal_hindustani
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कछुआ और खरगोशकहानी
कहानी: एक बार दो दोस्त जंगल से जा रहे थे। रास्ते में एक भालू आ गया। एक दोस्त पेड़ पर चढ़ गया और दूसरा ज़मीन पर लेट गया, साँस रोककर मरने का न...
-
WhatsApp में अपने किस से कितनी बात की है ऐसे पता चलेगा - आज हम जानेगें के व्हाट्सएप्प के एक ऐसे फीचर्स के बारे में जो शायद आपक...
-
सच्ची मित्रता का महत्व एक गाँव में दो दोस्त, रामू और श्यामू, रहते थे। दोनों बचपन से साथ खेलते और पढ़ते थे। रामू बहुत समृद्ध था...
-
छोटे कदम, बड़ी मंज़िल भाग 1: सपना और सच्चाई किसी छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था— अर्जुन । वह गरीब था लेकिन उसके सपने बड़े थे।...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें